#EmpowermentNotAge

#EmpowermentNotAge

कम उम्र में विवाह कानून से नहीं, युवा महिलाओं को सशक्त करने से रूकेंगे।

#EmpowermentNotAge क्या है?

कम उम्र में माँ बनने से रोकने, युवा माताओं के पोषण स्तर में सुधार लाने और मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए, सरकार युवतियों के विवाह की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है।

देर से शादी करने से लडकियां अपनी ज़िन्दगी पर ज्यादा नियंत्रण कर पाएंगी| #EmpowermentNotAge अभियान जमीनी हकीकत और रिसर्च पर कड़ी नज़र रखता है ताकि यह जांचा जा सके कि क्या युवा महिलाओं की कम उम्र में शादी रोकने के लिए एसी नीतियों को, जो उनके परिवारों को अपराधी बना दे उन्हें लागू करना सबसे अच्छा रास्ता है या नहीं।

सबूत स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि बेहतर शिक्षा, रोजगार के अवसर, हिंसा से सुरक्षा, और बेहतर एजेंसी के माध्यम से युवा महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने पर ध्यान देने से उन्हें कम उम्र में विवाह से बचाया जा सकता है। हम जानते हैं कि यदि महिलाओं को अपनी शिक्षा पूरी करने और पैसा कमाने का अवसर मिलता है, तो उन्हें परिवार पर बोझ मानने की संभावना कम हो जाती है, जो कि अक्सर कम उम्र में शादी करने का प्रमुख कारण होता है। शिक्षित लड़कियां अपने परिवारों को कम उम्र में विवाह न करने की बात पर मनाने में सक्षम होती हैं।

हम यह भी जानते हैं कि भारत में कम उम्र में विवाह कई गहरी मान्यता वाली सामाजिक परम्पराओं का परिणाम है, जैसे कि यह मान्यता कि जल्दी विवाह करने से महिला यौन हिंसा से बचेगी, कम दहेज देना पड़ेगा, भागेगी नहीं और उसके सम्मान की रक्षा होगी।

विशेषज्ञों के मुताबिक, केवल शादी की उम्र बढ़ाने से गहरी परम्पराओं को बदलना संभव नहीं है| दूसरी ओर इस कदम के लागू होते ही, उन 56% महिलाओं के परिवार, जो मौजूदा प्रमाण के अनुसार 21 वर्ष से कम उम्र में विवाह करते हैं, में से अधिकांश गरीब और समाज के कोने पर रहने वालों समुदायों से हैं, रातोंरात अपराधी की श्रेणी में आ जाएंगे।

#EmpowermentNotAge एक ऐसा अभियान है जो यह मांग करता है कि सरकार लोगों को अपराधी बनाने के बजाय युवा महिलाओं और उनके परिवारों को सही उम्र में विवाह करने के लिए आवश्यक सकारात्मक प्रोत्साहन पर ध्यान देना चाहिए।

Read more: 5 Reasons Changing The Minimum Legal Age Of Marriage Is A Bad Move 

आप क्या कर सकते हैं?

विशेषज्ञ बार-बार कहते रहे हैं कि विवाह की उम्र बढ़ाने से, कम उम्र वाली शादियों घटेंगी  नहीं पर भारत में युवा महिलाओं और उनके परिवारों को अधिक नुकसान पहुंचाएगा, क्यूंकि इस कदर के वह अपराधी बन जायेंगे। इस तरह के कदम के संभावित नुकसान के बारे में सरकार को सतर्क करने के लिए हमसे जुड़ें! अपने स्थानीय सांसद से संपर्क करें और उन्हें इस निति में बदलाव का  विरोध करने के लिए कहें!

कार्रवाई करें इस कैंपेन को अपने सोशल मीडिया पर शेयर करके, अपने स्थानीय सांसद से संपर्क करके या फिर एक पेटिशन पर हस्ताक्षर करके!

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विषय: भारत में युवा महिलाओं के विवाह की आय़ु 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने के विरोध में

नमस्कार,

मैं इस ईमेल को आपके निर्वाचन क्षेत्र के सदस्य के रूप में लिख रहा/रही हूं कि लड़कियों के लिए विवाह की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्तावित कदम के विरूद्ध मेरी गंभीर चिंता की ओर संकेत किया जाए। इस तरह का कदम कम उम्र में विवाह को कम करने में सफ़ल नहीं होगा, बल्कि लड़कियों और उनके परिवारों को अपराधी बना देगारिसर्च से पता चलता है कि लड़कियों का स्कूल छोड़ देना उनके कम उम्र में विवाह का एक सामान्य कारण है। बिना हाई स्कूल वाले गाँवों में ऐसे विवाह कका रेट अधिक होता है। COVID-19 ने लड़कियों की स्कूली शिक्षा को और कम कर दिया है और जल्दी विवाह को बढ़ावा दे रहा है। शिक्षा, गरीबी कम करना, रोजगार बढ़ाना और उन्हें सशक्त बनाने जैसे सकारात्मक उपायों पर ध्यान केंद्रित करने से एक लड़की के जीवन और उसकी शादी की उम्र, दोनों में सकारात्मक सुधार होगा।

2015-16 में, 63% युवा महिलाओं का विवाह 21 साल की उम्र से पहले कर दिया गया था। इनमें से अधिकतम  विवाह (20%) सबसे गरीब आबादी में हुए, जिनमें मुख्य रूप से दलित, बहुजन और आदिवासी परिवार शामिल थे। शादी की न्यूनतम उम्र बढ़ाने से इन परिवारों का अपराधीकरण होगा, जल्द-विवाह को छिपकर किया जाएगा और लड़कियों के स्वास्थ को नुकसान पहुंचाया जाएगा। 

मैं अपनी बात समझाने के लिए, नीति विशेषज्ञों  द्वारा लिखित पठन सामग्री की सिफारिश करूंगा:

मैं अपने प्रतिनिधि के रूप में, आपसे इस  कदम जिसके बारे में सरकार सोच रही है, उसके  बारे में सवाल उठाने के लिए आग्रह करता हूं, और मांग करता हूं कि सरकार को इसके बजाये 12 वीं कक्षा तक की लड़कियों की शिक्षा में सुधार करने, महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने और सार्थक रूप से सशक्त बनाने पर ध्यान देना चाहिए, जिससे उनके विवाह देरी से होने लगेंगे।

आपका विश्वसनीय,
<अपना नाम जोड़ें>

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अपने स्थानीय सांसद को कॉल करें और नीचे दी गई स्क्रिप्ट का उपयोग करके मांग करें कि वे सरकार लड़कियों के लिए विवाह की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने के बजाय लड़कियों की शिक्षा जैसे उपायों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करें!

मुझे पता चला कि सरकार लड़कियों के लिए विवाह की  उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने का सोच  रही है। मैं इस कदम के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए आपको फोन कर रही हूं। यह दिखाने के लिए पर्याप्त रिसर्च हैं कि इस तरह का कदम कम उम्र में विवाह को रोकने में सफल नहीं होगा, बल्कि लड़कियों और उनके परिवारों को नुकसान पहुंचाएगा।

लड़कियों का स्कूल छोड़ देना उनके कम उम्र में विवाह का एक सामान्य कारण है। बिना हाई स्कूल वाले गाँवों में ऐसे विवाह का रेट अधिक होती है। COVID-19 ने लड़कियों की स्कूली शिक्षा को और कम कर दिया है और जल्दी विवाह को बढ़ावा दे रहा है। शिक्षा, गरीबी कम करना, रोजगार बढ़ाना और उन्हें सशक्त बनाने जैसे सकारात्मक उपायों पर ध्यान केंद्रित करने से एक लड़की के जीवन और उसकी शादी की उम्र, दोनों में सकारात्मक सुधार होगा। 

बड़ी संख्या में लड़कियों की शादी 21 साल की उम्र से पहले हो जाती है। इस तरह के कदम से इन परिवारों का भी अपराधीकरण होगा। यह गुप्त बाल विवाह को बढ़ावा देगा और अंततः लड़कियों की भलाई को नुकसान पहुंचाएगा। 

कम उम्र में शादी एक सामाजिक मुद्दा है और दण्डात्मत्क उपायों का उपयोग करके हल नहीं किया जाएगा। मैं आपसे अपने प्रतिनिधि के रूप में, इस बदलाव पर सवाल उठाने के लिए आग्रह करता हूं, और मांग करता हूं कि सरकार को लड़कियों की शिक्षा में सुधार करना चाहिए और उन्हें सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिससे ना कि सिर्फ उनकी शादी में  देरी होगी पर उनकी ज़िन्दगी भी बेहतर बनेगी। धन्यवाद!

  •  इस याचिका को पढ़ें 

द यंग वॉइसेस: नेशनल वर्किंग ग्रुप ने इस पेटिशन को तैयार किया है, जिसमें विवाह की उम्र 21 तक बढ़ाने के कदम का विरोध किया गया है। भारत के 15 राज्यों के 12-22 वर्ष की आयु के बीच के 2500 से अधिक युवाओं, मुख्यतः हाशिए के समुदायों से, जो इस कदम से प्रभावित होंगे, से सलाह करने के बाद द यंग वॉयस नेशनल रिपोर्ट बनाई गई थी। यह पाया गया कि युवा चाहते है की इस बदलाव के बजाय (जो इन परिवारों को अपराधी बना देगा) शिक्षा, सामाजिक जागरूकता को चुनने के अधिकार पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

याचिका पर हस्ताक्षर करें! 

अपने दोस्तों और परिवार को भी इस अभियान में शामिल होने के आग्रह के साथ इस वेब पेज को अपने सोशल मीडिया पर भी शेअर करना न भूलें!

Gender Justice

We campaign to change patriarchal mindsets that influence violence against women  

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